रविवार के दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में नॉर्थ इंडिया के सबसे बड़े मॉल का उद्घाटन किया था, लेकिन उसी लुलु मॉल पर अब बवाल मचा है. दरअसल नव निर्मित लुलु मॉल में नमाज़ पढ़ने के विवाद ने और तूल पकड़ लिया है। जिसके बाद हिन्दू संगठनों ने कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए उसी जगह पर हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और गायत्री मंत्र पढ़ने की अनुमति देने की मांग की है। वहीं लुलु मॉल में नमाज पढ़ने के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. ये एफआईआर लुलु मॉल प्रबंधन की शिकायत पर दर्ज की गई है. मॉल प्रबंधन का कहना है कि नमाज पढ़ने वाले अज्ञात लोग थे. उनका स्टाफ नमाजियों में शामिल नहीं था. पुलिस ने अज्ञात युवकों पर एफआईआर दर्ज की है. वहीं तमाम विवादों के बीच लुलु मॉल में नमाज का एक दूसरा वीडियो भी सामने आया है जिसमें दो लोग नमाज पढ़ते दिख रहे हैं.

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक लुलु मॉल में 12 जुलाई 2022 को वायरल हुए एक वीडियो में कुछ लोगों को नमाज़ पढ़ते देखा गया। जिसके विरोध में अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने 14 जुलाई को मॉल के गेट पर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा, “आज हम मॉल के गेट पर सांकेतिक रूप से बैठे हैं। कल यहां सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा। लुलु मॉल लव जिहाद का अड्डा है। ये सरकारी छूट पर जमीनें प्राप्त करते हैं। योगी सरकार ने सार्वजानिक स्थानों पर नमाज़ पर रोक लगाई है। फिर भी यहां नमाज़ हुई जिसका हम विरोध कर रहे हैं। हम पुलिस के आदेश को मानते हुए अंदर नहीं जा रहे हैं। हमने नमाज़ पढ़ने वालों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।

वहीं मॉल के खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे हिन्दू महासभा के पदाधिकारी और वकील शिशिर चतुर्वेदी ने आज 15 जुलाई को शाम 6 बजे लू लू मॉल में गायत्री मंत्र पढ़ने का ऐलान किया है। उन्होंने इसे अपना निजी आयोजन बताया है।

अपने पत्र में अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा है कि लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़ना उस आदेश का उल्‍लंघन है जिसके अनुसार सार्वजनिक स्‍थल पर नमाज नहीं पढ़ी जा सकती। पत्र में आरोप लगाया गया है कि मॉल में ‘साजिशन 70 % एक धर्म के लड़के व अन्य धर्म की लड़कियों की भर्ती की जाती है. वहीं पत्र के मुताबिक यह मॉल एक कट्टर सोच रखने वाले धर्म के व्यक्ति का है जिसके काफी मात्रा में काला धन उपयोग हो रहा है। पत्र के जरिये अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने सनातन धर्म के लोगों से मॉल का बॉयकॉट करने का भी निवेदन किया है।

हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियोज वायरल हुए हैं जिसमें न सिर्फ सड़क, बस स्टैंड, रेलने स्टेशन यहां तक कि एयरपोर्ट के अंदर भी बिना किसी परमिशन के नमाज पढ़ने की तस्वीरे सामने आयी हैं.

बता दे आपको लुलु मॉल भारत के मूल निवासी व्यापारी युसूफ अली द्वारा संचालित है। इसका मुख्यालय दुबई में है।

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.