इस पोस्टर पर जो लिखा है वह आप ध्यान से पढ़े यह पोस्टर “पीएफआई” द्वारा पोस्ट किया गया है जो कि एक मुस्लिम संगठन है।

जैसा कि हम सभी जानते कि अब अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर निर्माण हो रहा है ।
तथा अयोध्या विवाद में अंतिम निर्णय 9 नवंबर 2019 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा घोषित किया गया था। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने विवादित भूमि को राम जन्मभूमि मंदिर बनाने के लिए एक ट्रस्ट को सौंपने का आदेश दिया था ।

उसी दिन से “मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड” तथा “पीएफआई” जैसे मुस्लिम संगठन आदि के लोग कई तरीके के आपत्तिजनक बयान दे चुके हैं ।

वह लोग अकसर कहते रहते हैं कि “एक दिन बाबरी का उदय होगा” वह फिर से बाबरी मस्जिद बनाएंगे,तथा “हागिया सोफिया” का उदाहरण देते हैं ।
क्यों आखिर क्यों वह लोग इतने गंदे बयान देते हैं और हमारे “भारत” देश को नष्ट करना चाहते हैं, असल में वह लोग “धर्मनिरपेक्षता” की आढ़ में कई विदेशी देशों से मदद लेकर हमारे देश में कई घटनाओं को अंजाम देते हैं,

जैसे की यह नीचे दी गई एक घटना इसका उदाहरण है तथा और भी कई ऐसी घटनाओं से पीफआई का कनेक्शन पाया गया है ⬇⬇

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की विदेशों से फंडिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीमों ने यूपी सहित 8 राज्यों में पीएफआई के 26 ठिकानों पर गुरुवार को छापेमारी की. उत्तर प्रदेश में लखनऊ और बाराबंकी में छापे मारे गए. इसमें पीएफआई के यूपी प्रेसिडेंट नसीम अहमद के लखनऊ के इंदिरानगर स्थित पर टीम पहुंची. छापेमारी के दौरान नसीम अहमद घर पर नहीं मिला. सूत्रों के अनुसार ईडी ने नसीम के घर से संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं. नसीम पर दिल्ली के शाहीनबाग में सीएए व एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन में गड़बड़ी की साज़िश का आरोप है.

मेरा मानना यह है कि इनके जैसे संगठनों को पूर्ण रूप से बैन कर देना चाहिए जिससे कि हमारे देश में खुशहाली बनी रहे और हमारे देश प्रगति पथ पर अग्रसर रहे और एक विकसित देश बनें ।

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