दस जन्म लेने पड़ेंगे, हिंदू – हिंदुत्व और हिंदुस्तान को समझने में राहुल गांधी को…
आज जयपुर राजस्थान में कांग्रेस की तरफ से महंगाई हटाओ रैली का राष्ट्रीय आयोजन हुआ, गांवों गांवों से भीड़ जुटाने के लिए स्थानीय नेताओं को टारगेट दिया गया, देना भी चाहिए हर राजनीतिक दल ऐसा करता है ये कोई नई बात नही थी, प्रायोजित भीड़ लाने का यह चलन लगभग लगभग सभी राजनीतिक दलों ने किया है और निरंतर करते रहे हैं जनता जनार्दन का दुरुपयोग राजनीतिक पार्टियों में एक दूसरे के विरोध विरोध को प्रकट करने में दिखाने का कार्य प्रत्येक राजनीतिक दल करता रहता है इसमें कोई नई बात नहीं है जनमानस का भीड़ दिखाकर विपक्ष की पार्टी पर दबाव बनाकर अपना मार्केट मजबूत करने का कार्य प्रत्येक राजनीतिक दल करता है परंतु आज की राजस्थान के जयपुर की रैली में महंगाई हटाओ का शीर्षक देख कर रखी गई यह रैली किसी मुद्दे का विरोध करने की बजाय किसी एक परिवार को पुनर्जीवित करने का प्रयास ज्यादा लग रहा था जिस प्रकार से सोनिया गांधी प्रियंका गांधी राहुल गांधी के पोस्टर बड़ी-बड़ी उची उची लंबाई के साथ लगे हुए थे यह बिल्कुल समझ में आ रहा था की इनके लिए कांग्रेश महत्व नहीं रखती है इनके लिए यह गांधी परिवार महत्व रखता है कोई बात नहीं कांग्रेस के नेताओं का यह अपना निजी फैसला है उस पर कोई टिप्पणी नहीं है परंतु आज के इस कार्यक्रम में राहुल गांधी ने अपने पूरे भाषण के दौरान 18 मिनट उस विषय पर खर्च किए जिस विषय पर राहुल गांधी पूर्ण रूप से अज्ञानी है बालक हैं और पूर्ण रूप से अवैध हैं हिंदू हिंदुत्व और हिंदुस्तान के बारे में जिक्र करने वाले राहुल गांधी ना सच्चे हिंदू है ना ब्राह्मण है और ना ही हिंदुस्तानी है हिंदुत्व के ऊपर बात रखते रखते ना जाने कब महात्मा गांधी से नाथूराम गोडसे पर चले गए और ना जाने कब उत्तर प्रदेश में पूरे हिंदुस्तान में हिंदुत्व के बचाव में कार्य करने वाली भारतीय जनता पार्टी तथा मोदी सरकार को निशाना लगाने में निकल लिए परंतु आज की इस भाषण से एक बार फिर इस बात का परिचय हो गया कि राहुल गांधी को हिंदू हिंदुत्व और हिंदुस्तान के ऊपर बोलने में अभी भी 10 जन्म और लेने पड़ेंगे केवल रामायण महाभारत और उपनिषद का जिक्र करके अपने हिंदुत्व को मजबूत नहीं कर सकते राहुल गांधी.
राहुल गांधी आज की राजस्थान में जयपुर की रैली में करीबन 35 वाट हिंदू शब्द का इस्तेमाल किया और दर्जनों बार हिंदुत्ववादी शब्द पर उग्र दिखाई दिए समझने का विषय यह है कि जिस विषय पर गांधी परिवार को कोई लेना देना नहीं है जिस विषय पर गांधी परिवार ने राजनीतिक दल की आड़ में हमेशा तोड़ने का कार्य किया हो उस विषय पर राजस्थान जैसे प्रदेश में जनता के बीच हिंदू हिंदुत्व तथा हिंदुत्व वाद पर बिना ज्ञान के सार्वजनिक मंच से परिभाषित करना कहीं ना कहीं राहुल गांधी की अज्ञानता को दिखा रहा है सनातन संस्कृति तथा हिंदुत्व को जागृत करने में नरेंद्र मोदी सरकार इतना आगे निकल चुकी है कि अब कांग्रेस के साथ साथ आम आदमी पार्टी अकाली दल व अन्य पार्टियों को भी कहीं ना कहीं हिंदू वोटर ही जीत का रास्ता क्या करते दिखाई दे रहे हैं पिछले दिनों में अरविंद केजरीवाल का अयोध्या दौरा हो या चरणजीत सिंह चन्नी के राजस्थान में पंजाब में हिंदू मंदिरों के दौरे हो या भले ही सुखबीर सिंह बादल के राजस्थान के अंदर सालासर बालाजी का दौरा हो कहीं ना कहीं हिंदू वोटरों को साधने का प्रयास भी राजनीतिक दल के नेता करते दिखाई दे रहे हैं नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा अयोध्या काशी और मथुरा को लेकर किए जा रे जा रहे कार्यों को देखकर कहीं ना कहीं सभी राजनीतिक दलों की नींद से उड़ गई है और वही बौखलाहट आज राजस्थान की राजधानी जयपुर में कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली में देखने को मिले या यूं कह सकते हैं कि हटाने तो महंगाई आए थे लेकिन हिंदुत्व पर अपना अधूरा ज्ञान से परिचय करवा कर चले गए राहुल गांधी जैसे नेताओं को हिंदुत्व के ऊपर काफी कुछ जानने की जरूरत है वर्तमान ज्ञान जितना राहुल गांधी व अन्य गांधी परिवार के पास है उसको देखते हुए अगले 10 जन्म भी राहुल गांधी हिंदू हिंदुत्व हिंदुत्व बाद के ऊपर बहस करने जितना ज्ञान अर्जित नहीं कर पाएंगे यह अटल सत्य ही है भलाई से कांग्रेश कांग्रेस के नेता माने या ना माने परंतु राजस्थान जयपुर की आज की रैली दुर्भाग्यपूर्ण कही जा सकती है कि हिंदू हिंदुत्व तथा हिंदुत्व बाद पर बार-बार राहुल गांधी के चोट करने के बावजूद भी उस रैली में हजारों की संख्या में बैठे हिंदुओं ने इस बात का विरोध नहीं किया यह दुर्भाग्य है और कहीं ना कहीं हम खुश हैं कि पिछले कुछ वर्षों से एनडीए सरकार द्वारा हिंदुत्व को मजबूत करने के एजेंडे को साथ लेकर चलने की वजह से चादर चढ़ाने वाले तथा अन्य धर्मों की राजनीति करने वाले नेता भी कहीं ना कहीं हिंदू हिंदुत्व तथा हिंदुत्व बाद का राग अलाप ते दिखाई दे रहे हैं जय श्री राम
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