CAA का विरोध किया , राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का विरोध किया

इस्कॉन को मनी लौंडरींग का अड्डा बताया

eVM के ऊपर सवाल उठाने वाले कांग्रेसी बाबा

स्वामी रामदेव को गाली देते है

मोदी से नफरत और राहुल गांधी को आदर्श बताते हैं

संघ और विश्व हिन्दू परिषद के खिलाफ और कांग्रेस के इशारों पर मटकने का लंबा इतिहास

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण रोकने के लिए तड़पती आत्माओं में से एक का नाम हैं स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती। स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती का इतिहास हिन्दू समाज के खिलाफ काम करने का ही रहा हैं

यहाँ हम बता रहे हैं स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती की पाँच करतूतें :

राम मंदिर निर्माण के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध करने वाला बाबा : स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती वो बाबा हैं जिन्होने अयोध्या में राम मंदिर बनने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया था व इस फैसले को लागू होने से रोकने के लिए एक याचिका भी डाली थी । यहाँ तक की स्वरूपानन्द सरस्वती ने अपना खुद का ट्रस्ट बनाकर सारी अयोध्या की जन्मभूमि की जमीन अपने नाम करने की याचिका भी डाली थी जिससे राम मंदिर पर फैसला आने मे देरी हो

स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती हमेशा से गांधी परिवार का एक मोहरा बनकर रहने वाले बाबा हैं, उनकी राजनैतिक बेशर्मी का आलम देखिये कि जब लोकसभा चुनावों में कांग्रेस हारी और नरेंद्र मोदी कि जीत हुयी तब ये बेशर्म बाबा ने कहा कि EVM में गड़बड़ी के कारण कांग्रेस हार गयी ।

चुनावों का परिणाम आने से पहले जब एक पत्रकार ने स्वरूपानन्द सरस्वती से पूछा कि अगर मोदी जीत कर PM बन गए तो, बस गांधी परिवार का ये मोहरा इतना आपा खो बैठा कि उस पत्रकार को थप्पड़ मार दिया

इतना ही नहीं स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती धर्म के लिए काम करने वाले सभी लोगों व संगठनो का विरोध ही करते हैं। जब कांची के शंकाराचार्य को गिरफ्तार किया गया तो स्वरूपानन्द सरस्वती ने उस गिरफ्तारी का खुलकार स्वागत किया

कभी इस्कॉन जैसी संस्था के खिलाफ खुलकर बयान देना और इस्कॉन को मनी लौंडरींग का अड्डा बताना , कभी स्वामी रामदेव के लिए भद्दी भाषा का इस्तेमाल करना । स्वरूपानन्द सरस्वती कि करतूतें यहीं खतम नहीं होती।

स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती की बेशर्मी की हद्द देखिये कि ये शाहीन बाग के पक्ष में और CAA के विरोध में खुलकर वही भाषा बोल रहे थे जो शरजील इमाम या ताहिर हुसैन जैसे लोगों के द्वारा इस्तेमाल कि जा रही थी। ये कैसा हिन्दू संत जो पाकिस्तान बांग्लादेश अफ़ग़ानिस्तान में मारे जा रहे हिंदुओं कि रक्षा के लिए बने कानून CAA का विरोध कर रहा था

स्वरूपानन्द सरस्वती बार बार RSS और विश्व हिन्दू परिषद को हिन्दू समाज का दुश्मन बताते हैं और राहुल गांधी को देश का भविष्य बताते हैं।

आज पहली बार नहीं हैं जब स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती हिंदुओं के खिलाफ या राम मंदिर के खिलाफ बोल रहे हो , उनकी इन करतूतों कि गाथा बहुत पुरानी हैं।

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