शक्ति और क्षमा

“रामधारी सिंह “दिनकर” क्षमा, दया, तप, त्याग, मनोबलसबका लिया सहारापर नर व्याघ्र सुयोधन तुमसेकहो, कहाँ, कब हारा? क्षमाशील हो रिपु-समक्षतुम हुये विनत जितना हीदुष्ट...