विशाल भारत में फैले लाखों लोग चाहते हैं कि, देश के लिए कुछ अच्छा कर सकें, किसी के आँसू पोंछ सकें, किसी का सहारा बन सकें । किन्तु आवश्यकता है कि कोई उनका विश्वास जीते  और उन्हें साथ में जोडे़ । संघ के  सेवा विभाग की वेबसाईट सेवागाथा के द्वारा हम उन लोगों को यह विश्वास देना चाहते हैं कि ये ऐसे सेवाव्रतियों की कहानियाँ हैं ,जिनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हुए आप भी मानवता की सच्ची सेवा कर सकेंगे ।बड़े बड़े नगरो में उभर रही झुग्गी झोपडियाँ हो ,या सुदूर वनांचलो में बसे भाई-बहन, घुमंतु जनजातियाँ जिनका न कोई घर न ठिकाना, और… अकाल हो या अतिवृष्टी, आतंक हो या दुर्घटना – ऐसी आपदाओं से जूझते लोग.. इन्हें सहयोग का हाथ बढ़ाकर स्वाभिमानी, स्वावलंबी बनाने में लगे हैं, ये सेवा के लिए समर्पित लोग ।ये सेवाकार्य व्यक्ति को समाज के लिए उपयोगी बनाते हैं । जिनकी मदद की जा रही है उनमें दूसरों की मदद करने का भाव जगाते हैं । समाज से ले रहे हर व्यक्ति को समाज के लिए देने का कर्तव्य भाव जगाते हैं । यही इन कार्यों की विशेषता है ।

जब संघ की छवि की बात आती है, तो मेन-स्ट्रीमप्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने देशभर में उसे उग्र हिंदुत्व के इर्दगिर्द ही सा बुन दिया है।यहाँ तक की संघ से जुड़े लोग भी संघ के सेवाकार्यों से अनिभिज्ञ हैं।संघ के इसी सेवाभावी ममतामयी स्वरूप को जन–जन तक पहुँचाना ही इस वेबसाइट का लक्ष्य है।

सेवागाथा (www.sewagatha.org )वेबसाईट नहीं अभियान है। संघ के ममतामयी चेहरे से लोगों को परिचित कराने का जो हर निर्बल को सबल बनाने व हर आंख के आंसू पोंछने के लिए प्रयासरत है।  इसमें हम संघ के सेवाकार्यों से हो रहे मन परिवर्तन, जीवन परिवर्तन, की सच्‍ची कहानियाँ लोगो तक पहुँचा रहे हैं।

सेवागाथा में तीन कॉलम हैं।

  परिवर्तन यात्रा में आपको स्वयंसेवकों के प्रयासों से समाज में हो रहे सकारात्मक परिवर्तन की कहानियाँ मिलेगी। डबरा के नजदीक बसे छोटे से गाँव सिरौल के वनवासी बालक सोनू की आस्ट्रेलिया की उड़ान हो या फिर कचरा बीनने वाले बच्‍चों को पढाकर उन्‍हें नया जीवन देने वाली विमला कुमावत हों, आपको ऐसी अनेक सच्ची और रोचक कहानियाँ यहां मिलेंगी।

  सेवादूत: केदारघाटी में आया जलप्रलय हो या फिर पुखरायाँ में हुआ भीषण रेल हादसा, कोरोना काल में सेवादूत बन अपनी जान की बाज़ी लगा लोगों की जीवनरक्षा करने वाले साहसी स्वयंसेवकों के जीवटता  की सच्ची कहानियाँ सेवादूत सेक्शन में मिलेंगी

 समर्पित जीवन: वे जीवन जो स्वयं जलकर समाज को रोशन कर गए ,जिन्होंने नौकरीछोड़ी, घरबार छोड़ा व अपना सारा जीवन सेवा को अर्पित कर दिया । खुद कुष्ठरोगी होकर भी चापा में विशाल लैप्रैसी सेंटर बनाने वाले कात्रे गुरूजी हो, या चित्रकूट में कई आईडियल विलेज डेवलप करने वाले नानाजी देशमुख या फिर दक्षिण में सेवाकार्यों की नींव रखने वाले यादवरावजी , ऐसे लोगों के जीवन की सच्ची कहानियाँ आपको समर्पित जीवन सेक्शन में मिलेंगी।

सेवागाथा वेबसाईट के साथ अब एन्डराईड एप, आईओएस एप्लीकेशन पर जा कर भी यह प्रेरक कहाँनिया पर पढ़ सकते है|

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