८४ के सिख दंगों के बाद भोपाल गैस कांड वो दूसरा नरसंहार था जिस की ज़िम्मेदारी कॉंग्रेस और राजीव गांधी पर आती है | आज इस त्रासदी की 36 वीं बरसी है। इतिहास साक्षी है कि किस प्रकार तब की कांग्रेस सरकार और प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इस त्रासदी के सब से बड़े दोषी वॉरेन एंडरसन को सभी कानूनों को ताक पर रख बच निकल जाने का पूरा मौका दिया और पीड़ितों को न्याय से वंचित रखा। दोषियों को सज़ा दिलवाने की जगह उन्हें पूर्ण संरक्षण देते हुए देश से भाग जाने दिया गया|