शौर्य दिवस, भारत के खोए हुए हिंदु मंदिरो को अपने अस्तित्व में परिवर्तित करने का आंदोलन।

राम मंदिर केवल शुरवात है। हमारी लढाई और भी बाकी है , हमे हमारे मंदिरो की खोई हुई सभ्यता को पुनर्जीवीत करना है।

आखिर हमारे रामलला कितना और इंतज़ार करेंगे?

चार सौ वर्षों से अधिक लड़ाई लड़ी हैं रामलला ने और अब यह रुकावट। क्यों हर कोई मंदिर निर्माण में बाधा डालना चाहता है ? आखिर हमारे रामलला कितना और इंतज़ार करेंगे?