चिड़िया नाल मैं बाज लडावां तां गोविंद सिंह नाम धरावां

अगर मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी का कुशल नेतृत्व और जवानों का रण कौशल न होता तो हमें यह दृश्य कभी न दिखते दुश्मन के टैंक पर चढ़ विजयी भारतीय जवान भांगड़ा कर रहे हैं | इसी बहादुरी के लिए मेजर (बाद में ब्रिगेडियर) चांदपुरी को महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था।