नए IT नियमों को लेकर सरकार सख्त, Twitter का कानूनी संरक्षण खत्म; अब होगी कार्रवाई

नई दिल्ली: नए आईटी नियमों (New IT Rules) का पालन नहीं करना माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर (Twitter) को भारी पड़ गया है और अब उसे...

कोरोना वायरस: प्राकृतिक आपदा या चीन का जैविक हथियार?

चीन की कम्युनिस्ट सत्ता सदा से अति महत्वाकांक्षी होने के साथ ही विश्व की महाशक्ति बनने के लिए लालायित रही है। चीन में मानवाधिकारों...

ट्वीटर बना निहित स्वार्थ ताकतों का अड्डा

माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर (Twitter) क्या चाहता ओर उसकी क्या सोच है आज सत्य प्रतीत हो गयी क्योंकि ट्विटर आज निहित स्वार्थ ताकतों का...

पर्यावरण पर गहराता संकट, भविष्य के लिए वैश्विक चुनौती

पर्यावरण यानि हमारे चारों और मौजूद जीव-अजीव घटकों का आवरण, जिससे हम घिरे हुए हैं जैसे कि जीव-जंतु, जल, पौधे, भूमि और हवा जो...

हिंदी पत्रकारिता दिवस: वर्तमान पत्रकारिता का परिदृश्य

हिन्दी पत्रकारिता वर्तमान में नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। साल 1826 में 30 मई अर्थात आज ही के दिन पं जुगल किशोर...

क्या बेलगाम हो रहे इंटरनेट मीडिया पर नकेल लगाना आवश्यक है?

बेलगाम इंटरनेट मीडिया पर नकेल जरूरी तकनीक के क्षेत्र में मानव ने बुलंदियां क्या हासिल कर ली, मानो अब इसके आगे दुनियां वीरान हैं...

आखिर मामा को अक्ल आई, सवर्ण आयोग का किया ऐलान, सवर्णों के विकास के पहले कदम की मध्यप्रदेश की जनता को बधाई, सबका संघर्ष काम आया…

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हर वर्ग का संतुलित विकास करने का ध्यान रखा जाना चाहिए. इसलिए समाज के हर वर्ग का...

भारतीय परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के जनक डा. होमी जहांगीर भाभा की ५५ वीं पुण्यतिथि

डा. भाभा एक कुशल वैज्ञानिक और प्रतिबद्ध इंजीनियर होने के साथ-साथ एक समर्पित वास्तुशिल्पी, सतर्क नियोजक, एवं निपुण कार्यकारी थे। वे ललित कला व संगीत के उत्कृष्ट प्रेमी तथा लोकोपकारी थे। 1947 में भारत सरकार द्वारा गठित परमाणु ऊर्जा आयोग के प्रथम अध्यक्ष नियुक्त हुए। १९५३ में जेनेवा में अनुष्ठित विश्व परमाणुविक वैज्ञानिकों के महासम्मेलन में उन्होंने सभापतित्व किया। भारतीय परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के जनक का २४ जनवरी सन १९६६ को एक विमान दुर्घटना में निधन हो गया था।

हलाल मार्क… यानी मौत की मुहर, बचाइए अपने भविष्य को, और पहचानिए इस षड्यंत्र को।।

क्या है हलाल सर्टिफिकेट? शरीयत के हिसाब से इस्लाम मे आप ब्याज न ले सकते हैं, न ही दे सकते हैं, अतः गैर इस्लामिक...