
बाबा का ढाबा बन गया सबका ढाबा – सोशल मीडिया ने बुनी एक खूबसूरत कहानी
रातों रात ट्विटर पर ‘बाबा का ढाबा’ वायरल हो गया है। बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर से लेकर स्टार क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने भी ‘बाबा...
रातों रात ट्विटर पर ‘बाबा का ढाबा’ वायरल हो गया है। बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर से लेकर स्टार क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने भी ‘बाबा...
TRP और गिद्धधिए बिकाऊ पत्रकारिता के नाम पर जिस प्रकार इस चौथे स्तंभ की परिणिति हो रही है वह एक चिंतनीय विषय है। कहने...
मातृभूमि की रक्षा के लिए तत्पर वायु सेना के वीर जवानों को नमन।#IndianAirforceDay
कांग्रेस को सिर्फ अपनी मारक भाषण क्षमता से गहरा नुकसान ,बल्कि कहा जाए राफेल जैसा अचूक निशाना लगाने का हुनर पाए हुए दिव्य ,...
मुझे लगता है कि विद्वान डॉ। भीमराव अंबेडकर को संस्कृत में पारंगत नहीं राहे होगे, इसीलिए वे मनु स्मृति के श्लोकों का वास्तविक अर्थ नहीं खोज पाए और इसे जलाने का फैसला किया।
भले ही आजादी को सात दशक से अधिक हो चुके हैं, किंतु इस आजादी के पीछे अनेकों कुर्बानियां बलिदान और त्याग की कहानियां छिपी हैं, उन्हीं में से एक दुर्गा भाभी भी हैं। जिनका योगदान भारत की आजादी में क्रांतिकारियों के साथ शान से याद किया जाता है। सरदार भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु व चंद्रशेखर आजाद के साथ जंगे आजादी में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाली भाभी को सभी लोग दुर्गा भाभी के नाम से जानते हैं।
अगर हम इस बात को गम्भीरता से सोचेंगे तो हमें समझ आने लगेगा कि जिस घटना के माध्यम से हिन्दुओं को आपस में लडाया जा सकता है , उस घटना को जानबूझकर highlight में रखा जाता है हिन्दू विरोधियों द्वारा । ताकि जातिवाद , राजनीति और धर्म परिवर्तन का खेल खेला जा सके हिन्दुओं के साथ और ऐसा ही बूलगढ़ी वाली घटना का सहारा लेकर किया जा रहा है । उद्देश्य तो वही है हिन्दुओं को आपस में लड़ाना , लेकिन आइये इसकी process को समझते हैं
हाथरस हम शर्मिंदा हैं , तुझे बिरयानी हम खिला ना सके , दादी से मिलवा ना सके , शाहीनबाग़ बना ना सके !! PFI और इसके गुर्गे को आज सुप्रीम कोर्ट ने और तेज झटका देते जब आज कहा – आम रास्ता किसी की बपौती नही की जब मन चाहे मुर्गी फार्म बना कर अंडे का कारोबार सुरु कर दें और वहीँ पर फिर बिरयानी बना...
देशभर में लगातार लव जिहाद के मसलों पर बवाल मचा हुआ है। बीते कई दिनों से उत्तर प्रदेश के कानपुर में लव जिहाद के...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तौर पर भारत देश को एक ऐसा वैश्विक मानव मिला है जो भारत के प्रधानमंत्री के तमाम आयामों से कहीं बढ़कर है। नरेंद्र दामोदरदास मोदी में एक अच्छा बेटा, एक अच्छा जनसेवक, एक अच्छा देश भक्त, एक अच्छा कवि , एक अच्छा लेखक, एक अच्छा चिंतक रमता है। जितनी खूबियां, जितने रंग, जितने व्यक्तित्व आयाम उतने मोदी..ऐसे में बतौर जनप्रतिनिधि नरेन्द्र मोदी के राजनीतिक जीवन के आज 20 वर्ष पूरे हुए हैं। आज ही के दिन 7 अक्टूबर 2001 को नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वो दिन था और आज का दिन है नरेन्द्र मोदी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा है। इस मौके पर बीजेपी ने नरेंद्र मोदी की बड़ी 20 राजनीतिक उपलब्धियां गिनाई हैं। जोकि इस प्रकार हैं..