सावन जब अगन लगाये उसे कौन बुझाये: अल्पसंख्यक मन्त्रालय के अटपटे सुझावो की समीक्षा

कभी एक कहानी सुनी थी कि एक सुनार और एक लुहार की दूकान अगल बगल अवस्थित थी। एक बार सुनार की हथौड़ी की मार...