राय बचपन की वो बारिश… घास पे पानी की बूंदों को एकटक देखा करते थे। गीली रेत पे घरौंदे भी तो बनाया करते थे। by AnitaChouksey जुलाई 4, 2020जुलाई 4, 2020
राय क्या नेपाल के ओली की तरह राहुल गांधी की भी कमजोर नब्ज़ चीन के हाथों में हैं? आखिर क्यों मोदी की नफरत में मानसिक संतुलन खो बैठे हैं सोनिया और राहुल गांधी? लदाख में चीन का कब्जा दिखाने के लिए राहुल... by Kapil Mishra जुलाई 4, 2020जुलाई 4, 2020
राय राहुल गांधी ने कहा कब्जा खाली करवाओ – सरकार ने प्रियंका वाड्रा का कब्जा किया बंगला खाली करवाया लोधी एस्टेट सरकारी बंगले में अकेले रह रही थी प्रियंका वाड्रा कल शाम केंद्र सरकार ने प्रियंका गांधी को दिल्ली के लोधी एस्टेट में... by India Report जुलाई 2, 2020जुलाई 2, 2020
राय सपने सपने तो बस, यूँ हीसपने होते हैंमेरे, तुम्हारेहम सब के सपनेसपने कभी मरते नहीं खुली आँखों के सपनेखुमारी और नींद के सपनेखिड़की से चाँद... by Avatans Kumar जुलाई 2, 2020जुलाई 1, 2021
राय नारी -पुरुष: एक दूसरे के पूरक पुरुष की सफलता के पीछे नारी का हाथ होता है,यह कई बार चर्चा का विषय रहता है। हमेशा यह सुनने में आता है नारी... by Bina Behani जून 28, 2020जून 29, 2020
राय क्या आपको भी राहुल गांधी झड़े हुए दिख रहे हैं? क्या आपको भी राहुल गांधी झड़े हुए पेड़ जैसे दिख रहे हैं? क्या राहुल गांधी बैंकाक ना जाने के कारण बैचैन हैं? राहुल गांधी... by India Report जून 28, 2020जुलाई 22, 2020
राय अब हथियार नहीं ‘ प्रचार तंत्र ‘ से हमलों का युग सचमुच हथियारों के कारखाने घाटे में हो जायेंगे | हथियारों पर जंग लग जाएगी और तकनीक पुरानी पड़ जाएगी | हथियारों के बजाय हमलों... by Editor जून 9, 2020जुलाई 29, 2020
राय लोकनायक जय प्रकाश नारायण मन में बड़ी ललक थी। साल भर बाद अपनी पत्नी और बिटिया के साथ पुनः अपनी जन्म-भूमि पटना जा रहा था। सोलह घंटे की... by Avatans Kumar जून 8, 2020जून 22, 2020
राय प्रधानमंत्री इ-विद्या योजना की सार्थकता: सांस्कृतिक विरासत कोरोना की वजह से दुनिया का स्वरुप बदल रहा है, बदलाव ब्यक्ति और समाज की सोंच में भी हुआ है, और इसका असर आनेवाले समय में और साफ दिखाई देगा. by admin मई 20, 2020मई 20, 2020
राय कोरोना महामारी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विश्व दृष्टि पहला, दुनिया में दो विचारधाराओ ने पूरे विश्व की राजनीति और आर्थिक ब्यस्था को अपने सांचे में ले लिया. एक पूंजीवादी और दूसरा समाजवादी. किसी तीसरे मॉडल को पनपने की गुन्जाईस ही नहीं छोड़ी by admin मई 11, 2020जुलाई 22, 2020