कुतुब मीनार का सच : ना कुतुब ना मीनार , वहां हैं विष्णु स्तंभ

झूठ पढ़ाया जाता हैं इतिहास की सरकारी किताबों में मीनार पर अंकित कुरान की आयतें एक जबर्दस्ती और निर्जीव डाली हुई लिखावट है जो...

नहीं रहे बिहार को चिराग देने वाले राम!

कांग्रेस और राजद को बिहार की सत्ता से बेदखल करने में अहम भूमिका निभाने वाले राम भक्त राम विलास पासवान का निधन बिहार की...

पूछता हैं भारत – अर्णब से डरता क्यों हैं ठाकरे?

पालघर में साधुओं की हत्या का मामला हो या सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच का – ठाकरे परिवार अर्णब को चुप कराने...

प्रेमचंद के जूते पूछ रहे हैं सवाल – मैं प्रेमचंद का जूता या धनपत राय का ?

हरिशंकर परसाई जी प्रेमचंद के जूते को देखकर रो पड़े थे , मन में व्यग्रता और वेदना को दबा ना सके तो “जूते” के माध्यम से उस समाज को जूता मारा – जिस समाज ने अनमोल साहित्यकार को सिर्फ राजनीति के लिए फटे जूतों में मरने को छोड़ दिया ! आज प्रेमचंद जी का पुण्यतिथि है ! उस महान समाज सुधारक का जिन्होंने लगभग सभी अपने कृत में एक दबे – कुचले समुदाय को नायक बनाकर समाज में फैली कुरीतियों पर प्रहार किया ! “रंगभूमि” का सूरदास , “गोदान” का होरी,...

बाबा का ढाबा बन गया सबका ढाबा – सोशल मीडिया ने बुनी एक खूबसूरत कहानी

रातों रात ट्विटर पर ‘बाबा का ढाबा’ वायरल हो गया है। बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर से लेकर स्टार क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन ने भी ‘बाबा...

चौथे स्तंभ के गिद्धधिए बिकाऊ पत्रकार!

TRP और गिद्धधिए बिकाऊ पत्रकारिता के नाम पर जिस प्रकार इस चौथे स्तंभ की परिणिति हो रही है वह एक चिंतनीय विषय है। कहने...

Fourth Pillar

हाथरस के बहाने दंगों की साजिशें

भारत एक भावप्रधान देश है। आज के भौतिक एवं मशीनी युग में निःसंदेह यह हमारी वैचारिक सबलता है। परंतु यदि हम सजग और सचेत...

आप ही बताइए हाथरस कांड में पीड़ित परिवार सीबीआई जांच का क्यों विरोध कर रहा है ?

क्योकि इस मामले में वो पूरा सच नही बता रहे है , ये मामला इतना आसान नही है दो महीने पहले यूपी में एक...