गर्व कीजिए: गणतंत्र दिवस परेड में यूपी की ‘राम मंदिर’ झांकी को मिला प्रथम पुरस्कार

उत्तर प्रदेश सरकार की पवित्र झांकी में अयोध्या की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत और राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड 2021 के दौरान प्रदर्शित राम मंदिर...

सिंधु बॉर्डर पहुंचे बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, उपद्रवियों को जगह खाली करने का अल्टीमेटम…नारे लगाए ‘ तिरंगे का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान’

26 जनवरी के दिन लाल किले में जिस तरह से उपद्रवी लोगों ने देश की आन बान शान के साथ खिलवाड़ किया उसके चलते...

दिल्ली पुलिस कमिश्नर: किसानों ने विश्वासघात किया, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा

मंगलवार को गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर किसान आंदोलन (Farmer Protest) के दौरान हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने...

तिरंगे के अपमान से आहत हुआ हरियाणा: गांवों की पंचायत ने 24 घण्टे में प्रदर्शनकारियों को सड़क खाली करने का अल्टीमेटम दिया

पूरे देश ने देखा किस तरह से 26 जनवरी के दिन लाल किले पर किसानों के भेष में उपद्रवियों ने आतंक मचाया। उपद्रवियों ने...

फन कुचलने के लिए FIR: योगेंद्र यादव, राकेश टिकैत समेत 37 साजिशकर्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज

राष्ट्र द्रोही गद्दारों के फन को कुचलने के लिए दिल्ली पुलिस ने साजिश कर्ताओं के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की है।

ये वो ‘सिंह’ नहीं जिनके लिए गुरू साहिब ने खालसा की स्थापना की थी…ये दंगाई हैं..ये देशद्रोही हैं..ये गद्दार हैं।

आंदोलन या दंगा, प्रदर्शनकारी या दंगाई। क्या कहना चाहिए जो प्रदर्शन के नाम पे देश की संपत्ति को नुक्सान पहुंचाते है। क्या किसान यह चाहता है , जो अनन्दाता मेहनत करके फ़सल बोता है क्या वो एक खेत को उजाड़ सकता है। जिस देश में जय जवान जय किसान का नारा लगाया जाता है क्या उस देश में ऐसा मुमकिन है। यह देश हमारा अपना घर है तो क्या कोई घर का सदस्य अपने ही घर को नुक्सान पहुंचा सकता है। नहीं यह तो हो ही नहीं सकता तो यह कौन है और क्या कर रहे है , फिर तो यह प्रदर्शन नहीं, दंगा ही है। दंगा आख़िर क्यों ?

साजिश बेनकाब: राकेश टिकैत का वीडियो सामने आया, किसानों से लाठी डंडा लेकर आने को कह रहे हैं

गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सड़कों से लेकर लाल किले तक चले किसानों के हिंसक आंदोलन के बाद किसान नेता राकेश टिकैत...

राजनैतिक आंदोलनों के बीच कमजोर होती देश की राजधानी की छवि और गिरता पुलिस का मनोबल

राजनीति में सही समय पर सही दांव चलना,‌ मौका देख कर कुछ करना , स्थिति के अनुसार कुछ ना करना ये सब महत्वपुर्ण है...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ये बताइए मुट्ठी भर खालिस्तानियों से निपटने के लिए आपको और कितना बहुमत चाहिए!

जिस तरह से किसानों के नाम पर  खालिस्तानियों ने उपद्रव मचाया है उसे लेकर पूरे देश में गुस्से की लहर है। देश की जनता...