अगर तू पाप है तो वो तेरा बाप है ,वो कर्म “योगी” है

योगी आदित्यनाथ के दृढ़ फैसलों के बारे में सिर्फ इतना कहा जाता है कि "if you are bad ,Yogi is your dad " | उ प्र में अपराधियों के लगातार होते एनकाउंटर ,गिरफ्तारियाँ और पुलिस द्वारा किया जा रहा उनका खात्मा अपराधियों के मन में दहशत फैलाये हुए है |

चीन के राष्ट्रीय दिवस पर hongkong ने लहराया तिरंगा : कहा चीनियों को और मारो

प्रदर्शन कर रहे लोगों ने तिरंगा झंडा बुलंद कर दिया और मीडिया के पूछने पर बताया कि भारत द्वारा चीन की पिटाई करने से वे बहुत खुश हैं और चाहते हैं कि भारत चीन की इसी तरह कुटाई करते हुए उसे सबक सिखाए |

महाराष्ट्र के कस्टम सुपरिंटेंडेंट ने किया सुसाईड : बड़े अधिकारी द्वारा जबरन उगाही करने के दबाव से थे परेशान

ये है कुकुरमुत्ते की तरह उग आए चैनलों की हकीकत |क्यूंकि एक ईमानदार पुलिस अधिकारी की आत्महत्या में इन्हें अपना एजेंडा सेट करने को नहीं मिलेगा |

गांधी हम शर्मिंदा हैं: तेरे राम को काल्पनिक कहने वाले ज़िंदा हैं!

गांधी के नाम पर गांधी के ही दाम लगाकर इस देश पर 70 साल से शासन किया गया। गांधी की तस्वीर लगाई गई और...

अजमेर के गरीब नवाज़ दरगाह परिसर में चली तलवारें

हद ही हो गई ये भाई जान लोगों , दुनिया भर के धर्म ,सम्प्रदायों से नफरत करते हो , उनके प्रति द्वेष रखते हुए...

“ड्रग्स काण्ड में लेडिस के बाद अब चरसी भांडों पर नकेल : सहेलियों ने कहा Sorry बाबू “

किसी संकट , आपदा के समय तक में भी अपनी अकूत धन दौलत में से एक पाई ,एक धेला खर्च न करने वाले ये अभिनेता -अभिनेत्री असल में अपनी ऐयाशियों के लिए ही अपना पूरा जीवन धन और रसूख लगा कर देश के भोले भाले लोगों को मूर्ख बना रहे हैं |

हाथरस तो बहाना है, मकसद हिन्दू एकता में फूट डलवाना है!

हाथरस लड़की मर्डर केस में आरोपी सलाखों के पीछे हैं, फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट गठन हो रहा है..दोषियों को जल्द कड़ी सजा मिलेगी। मगर इन...

“सवर्ण बलात्कारी होते है!” : डॉ. उदितराज

ये इनकी विचारधारा है की ये पहले क्षुद्र थे, ग़ुलाम थे, उसी स्थिति में इन्हें वापस पहुँचा दिया जाए। ये इनकी प्रयोगशाला है की ७०-७५ साल पहले जहाँ थे वही इनको पहुँचा दे

लाश गिरी नहीं कि आ गए नोंचने वाले गिद्ध

मोदी योगी से कुछ मुट्ठी भर लोगों की नफरत ने आज उन्हें इस कदर अँधा कर दिया है कि वे संवेदनाहीन होकर , लाशों के ऊपर मँडराने वाले गिद्ध जैसे हो गए हैं और मौक़ा मिलते ही अपने पंजों चोंच के साथ नोंचने खाने के लिए प्रकट हो जाते हैं