सबके राम

“सबके राम” जब मैं यह कहता हूँ तो बस ऐसे ही नहीं कह देता हूँ| यह बर्बस अपने मुंह से निकल ही जाता है|...

यह युग रामराज्य का है

यह युग रामराज्य का है – योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश श्री रामलला विराजमान जासु बिरहॅं सोचहु दिन राती। रटहु निरंतर गुन गन पॉंती।।...

रक्षाबंधन : संघ का एक महत्वपूर्ण उत्सव

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण उसके शब्द शब्द और व्यवहार के निर्वाह से परिलक्षित होता है | समाज के बीच रहते हुए सबको विशिष्ट...

राममंदिर पर ओवैसी के विरोध का सच

ए.आई.एम.आई.एम. (ऑल इंडिया मजलिस ए एतिहाद उल मुसलमीन) के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर राममंदिर के विरुद्ध स्वर मुखर करने का असफल...

अवसरवाद या हास्य?

लॉक डाउन के वक़्त, प्रवासी मज़दूरों पर आए खाने, पीने व रहने के संकट को अवसर में बदलने हेतु, पहले इंदिरा गांधी की नाक...

एक्य–बोध की महान सृष्टि का प्रतीक है राम मंदिर

शिवानंद द्विवेदी आज से तीस साल पहले १९९० में सोमनाथ से अयोध्या की रथयात्रा पर निकले लालकृष्ण आडवाणी ने कहा था‚ ‘यह जो रथ...

शिक्षण संस्थाओं में पर फैलाता विषैला वामपंथ

कुछ दिन पहले, पिंजरा तोड़ गिरोह नामक समूह के काफी स्पष्ट तौर पर दिल्ली दंगों में भागीदारी, और उनके देशविरोधी गतिविधियों से जुड़े तार...

‘मोदी सरकार’ अगर सही में ‘फ़ासिस्ट’ होती तो … !!!

? ‘मोदी सरकार’ अगर सही में ‘फ़ासिस्ट’ होती तो आर्डिनेंस लाकर “राम मंदिर” का निर्णय कर सकती थी जबकि ऐसा नहीं हुआ, सरकार ने सुप्रीम...