हड़प्पा सभ्यता का उदय एवं पतन का कारण

सिंधु घाटी सभ्यता 3300 ईसा पूर्व से 1700 ईसा पूर्व तक विश्व की सबसे पुरानी नदी घाटी सभ्यताओं में से एक है। प्रतिष्ठित पत्रिका...

harappan civilization

महमूद गजनवी : जिसने किया भारत पर 17 बार आक्रमण

महमूद गजनवी के बारे में तो आपने सुना ही होगा, जिसके आक्रमण और लूटपाट के काले कारनामों ने तत्कालीन ऐतिहासिक ग्रंथों के पन्ने पलटे...

महमूद गजनवी

‘पितृऋण’ चुकाने के लिए ‘श्राद्ध’ और नित्य ‘श्री गुरुदेव दत्त’ का जप करें ! – पू. नीलेश सिंगबाळजी, धर्मप्रसारक, हिन्दू जनजागृति समिति

‘पितृपक्ष एवं श्राद्धविधि : शंका और समाधान’ विशेष संवाद द्वारा महत्त्वपूर्ण मार्गदर्शन !   हिन्दू धर्म में ईश्‍वर प्राप्ति हेतु ‘देवऋण’, ‘ऋषिऋण’, ‘पितृऋण’ और...

अतुलनीय है हिंदी भाषा फिर भी उपेक्षा क्यो ?

14 सितंबर हिंदी दिवस विशेष भारत दुनिया में सबसे विविध संस्कृतियों वाला एंव अनेकता में एकता वाला देश है अपने विविध धर्म,संस्कृति, भाषाओं और...

सिद्ध सम्प्रदाय और रसशास्त्र

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी मूलत: शैव नाथ संप्रदायनुयायी है जिसके प्रणेता आदिनाथ भगवान शिव है। योग, ध्यान आध्यात्म के...

क्रूर मुगल आक्रांता ‘राष्ट्र निर्माता’; तो प्रभु श्रीराम से लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज तक हुए हिन्दू राजा कौन थे ? – हिन्दू जनजागृति समिति का कबीर खान से प्रश्‍न

इस्लामी अफगानिस्तान में जाकर कबीर खान राष्ट्रनिर्माण करें ! विगत सप्ताह ही अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा सत्ता नियंत्रण में लेने पर वहां की जनता...

भारत छोडो से भारत जोड़ो तक.

दुनिया के इतिहास में 8 अगस्त कई कारणों से महत्वपूर्ण है, लेकिन भारत के लिए अभी तक इसका महत्व केवल  इसलिए रहा है क्योंकि 8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी ने भारत...

अश्विनी उपाध्याय जंतर मंतर पर संबोधित करते हुए

डासना मंदिर से बड़ी खबर: यती नरसिंहानंद सरस्वती के शिष्य को करवाया गया अस्पताल में भर्ती, जानिये क्यों?

गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत सरस्वती काफी सुर्खियों में पिछले समय से रहे हैं! और अब गाजियाबाद के डासना इलाके में बने मंदिर...

ब्रिटिशों द्वारा भारतीयों को गुलाम बनाने के लिए बनाए कानून आज भी बनाए रखना, राष्ट्र के लिए घातक ! – अधिवक्ता अंकुर शर्मा, अध्यक्ष, इक्कजुट जम्मू

‘भारतीय कानून व्यवस्था : परिवर्तन की आवश्यकता’ विषय पर विशेष संवाद ! वर्तमान ‘भारतीय कानून व्यवस्था’ ब्रिटिशों के कॉलोनाइजेशन की परंपरा है । 1857 के विद्रोह के उपरांत ब्रिटिशों ने...