कश्मीर पर कब्जा जमाने का ख्बाव देख रहा शोएब अख्तर : इमरान खान पूरे पाकिस्तान को चीन को बेचने की तैयारी में

जस सुलतान तस मुल्तान . यही हाल है पडोसी मुल्क पाकिस्तान का जहां सुलताने अली जनाबे आली इमरान खानी गाजी ,पाजी बनकर अपने अब्बू...

तीन साल बेमिसाल : योगी जी के सुशासन में उत्तर प्रदेश खुशहाल

अपराधी चाहे सत्ता पक्ष का हो या विपक्ष का पर योगी बाबा के सुशासन में जिस किसी ने भी कानून के साथ खिलवाड़ करने...

पिता के लिए गर्व का क्षण: जब बेटी ने स्कूल में सेंटा बनने से कर दिया इंकार… सेंटा के षड्यंत्र को तोड़ता लेख..

अच्छी शिक्षा किसे नहीं चाहिए? हम सभी अपने बच्चों को ऐसी शिक्षा देना चाहते हैं जिस से की वो अपना, अपने परिवार का समाज...

जहां बलिदान हुए मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है: बुरहान वानी के गांव में हुई गुपकार गैंग की करारी हार..

जम्मू कश्मीर में DDC चुनाव नतीजों में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है। इस चुनाव में बीजेपी ने अकेले 74 सीटों पर...

इनका इतिहास कांग्रेस ने क्यों नहीं पढ़ाया: अरबों को अफगानिस्तान पहुंचकर शिकस्त देने वाला वीर शासक ललितादित्य मुक्तपीड़

711 ईस्वी में आरबों ने सिंध जीता। कुछ सालो बाद जब वहाँ वो सफल हो गए तब आरबों की नजर भारत के बाकी हिस्से...

क्रिसमस की विदेशी खुशियों की चमक में गुरू गोबिंद सिंह के सपूतों का बलिदान भूल बैठा है भारत

चमकौर के किले से निकल कर गुरू गोबिंद सिंह के दोनों बड़े बेटे अजीत सिंह और जूझार सिंह ने अटारी में बैठे मुगलियां सैनिकों को छक्के छुड़ा दिए। गुरू गोबिंद सिंह ने खुद अपने हाथों से दोनों बेटों को समर के लिए तैयार करके भेजा था। युद्ध के समय अजीत सिंह सत्रह और जूझार सिंह पंद्रह वर्ष के थे। चमकौर के युद्ध में गुरू गोबिंद सिंह के दोनों सपूतों ने मुगलिया सत्ता की गुलामी के स्थान पर अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।

दिल्ली के बाबा का ढाबा की तर्ज पर अम्मा का बथुआ परांठा…सोशल मीडिया ने बदली किस्मत

सोशल मीडिया की खूबी है कि हर जरूरतमंद की मदद के लिए कोई न कोई आवाहन करता है और नेकी करने वालों के हाथ...

जीवन में अब कभी चुनाव नहीं लड़ेंगी महबूबा मुफ्ती!

नेशनल कांफ्रेंस के नेता महबूबा मुफ्ती अब कभी जीवन में चुनाव नहीं लड़ेंगी यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि खुद उन्होंने अपने बयान...

क्रिसमस पर कटेंगे हजारों पेड़.. कोहली, करीना, करन जौहर, स्वरा टाइप नमूने चुप क्यों हैं? एक आवाज़ में बोलिए #EcoFriendlyChristmas

 बरसों से हम देखते आ रहे हैं कि सोशल मीडिया पर सिर्फ हिंदू त्योहारों को लेकर बिना मतलब का ज्ञान झाड़ा जाता है ऐसे...