कांग्रेस : अहं और वंशवाद से ग्रसित दल

“कांग्रेस में कार्यकर्ता बनकर रहना पड़ता है, नेता नहीं।”“जितिन प्रसाद का जाना एक कूड़ा कूड़ेदान में डालने जैसी सामान्य क्रिया है।”“जितिन प्रसाद का कांग्रेस...

सुभाष चंद्र बोस को गांधीजी- नेहरू ने स्वीकार किया होता तो? : सौरभ शाह

(न्युज़प्रेमीडॉटकॉम, शनिवार, २३जनवरी२०२१) २३ जनवरी १८९७ को जनमे सुभाष चंद्र जानकीनाथ बोस भारत के उपेक्षित सपूत बन गए, इसका कारण उनके द्वारा गांधीजी का...

दुर्घटना या नरसंहार !!?? – सन ८४ का भोपाल गैस कांड

८४ के सिख दंगों के बाद भोपाल गैस कांड वो दूसरा नरसंहार था जिस की ज़िम्मेदारी कॉंग्रेस और राजीव गांधी पर आती है | आज इस त्रासदी की 36 वीं बरसी है। इतिहास साक्षी है कि किस प्रकार तब की कांग्रेस सरकार और प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इस त्रासदी के सब से बड़े दोषी वॉरेन एंडरसन को सभी कानूनों को ताक पर रख बच निकल जाने का पूरा मौका दिया और पीड़ितों को न्याय से वंचित रखा। दोषियों को सज़ा दिलवाने की जगह उन्हें पूर्ण संरक्षण देते हुए देश से भाग जाने दिया गया|