जम्मू-कश्मीर की राजनीति के चिर-परिचित प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक शत्रुता भुलाकर कश्मीर में अपनी खोई हुई ज़मीन हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रहे...
पिछले 70 साल में जिस तरह से भारतीयों को गलत इतिहास और संस्कृति बोध पढ़ाया गया है यह उसी का नतीजा है कि कमलेश तिवारी की बेरहम कत्ल पर भी पूरा भारत सोया रहा।