एक अनुमान के अनुसार भारत में तोड़े गए मंदिरों की संख्या लगभग अस्सी हजार है। छोटे हो या बड़े, जहाँ भी हिन्दुओं की आस्था रही, उन धार्मिक संरचनाओं को नष्ट कर दिया गया। किन्तु क्या वास्तव में इन मंदिरों को नष्ट किया गया? क्या वास्तव में मुस्लिम आक्रांताओं ने इन मंदिरों को ध्वस्त किया?
भारतवर्ष के इस महान शासक को इतिहास में मुगलों के दसवें हिस्से के बराबर भी स्थान नहीं दिया गया। उसका अपराध इतना ही था कि वह एक ब्राह्मण था और उसने भारतवर्ष में क्षीण हो रहे सनातन धर्म की पुनर्स्थापना का स्वप्न देखा।