पढ़ाई-लिखाई तो की नहीं और हिसाब-किताब भी कहां आता होगा। बोलने में क्या जाता है। ऐसे नेताओं को अगर जनता वोट देगी तो बिहार का क्या हश्र होगा, फिर से जंगलराज होगा....
वामिस्लामी विचारधारा का भारत मे उद्भव और विकास: कम्यूनिस्ट विचारधारा अब अप्रासंगिक हो चुकी, इसलिए कामरेड अब मार्क्सवादी या लेनिनवादी नहीं रहे बल्कि “वामिस्लामी...