विरोधियो की नफरत के रथ में सवार, मोदी कैसे बन गये ‘वर्ल्ड लीडर’?

कहते हैं आपके आलोचक ही आपके समर्थकों का भी निर्माण करतें हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका जीता जागता उदाहरण है। मोदी, अलोचको और...

भारत में द्विविधा साम्यवाद या वामपन्थ की

भारतीय परिदृश्य में मात्र दो राजनैतिक विचारधारायें वंशवाद, परिवारवाद और भाई भतीजावाद से परे हैं एक है साम्यवादी पार्टियाँ दूसरी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का...

जब जज महोदय ने अपनी टिप्पणी में लिखा था कि “यदि उस समय अदालत में उपस्थित लोगों को जूरी बनाया जाता और उनसे फैसला देने को कहा जाता तो निसंदेह वे प्रचंड बहुमत से नाथूराम के निर्दोष होने का निर्देश देते”

नाथूराम गोडसे का अंतिम बयान, उन्होंने ने बताया- की मैंने गाँधी को क्यों मारा – {इसे सुनकर अदालत में उपस्थित सभी लोगों की आँखे...

राजदीप सरदेसाई पर कानून का कोड़ा और लुटियन मीडिया की कांव-कांव!

भारत की दो कमजोरियां है – पहली कि उसकी यादाश्त बहुत कमजोर है, और दूसरी कि उसे, दुनिया को अपनी नज़रों से देखने की...

केंद्र सरकार ने केंद्रीय बजट में सोमवार को कृषि सेक्टर के लिए कई अहम ऐलान किए।

वर्ष 2021-22 के लिए केंद्रीय बजट पेश कर रहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कृषि सेक्टर के लिए एग्रीकल्चरल क्रेडिट टारगेट (कृषि ऋण लक्ष्य)...

यह ‘किसान आंदोलन’ नहीं है, अपितु देशविरोधी एक ‘युध्द’ है ! – श्री. सुरेश चव्हाणके

    सडक पर आकर किसानों के लिए आंदोलन किया गया और सरकार, पुलिस भी कुछ नहीं कर पाए । न्यायालय ने भी केवल...