राय विपक्षी गुलामों की बैचेनी! यह फिल्म बहुत ही पुरानी है लेकिन इस फिल्म के कलाकार जो बात कर रहे हैं वह बात आज सही साबित हो रही है।... by Amit Kumar फ़रवरी 6, 2021फ़रवरी 6, 2021
राय Forgotten Indian Freedom Fighters भाग 5 : मास्टर दा सूर्यसेन जिनकी मौत होने के बावजूद भी अंग्रेज सरकार घबराई हुई थी, जिन्होंने “करो या मरो” नही बल्कि “करो और मरो” को अपना मुख्य नारा... by आयुष जैन फ़रवरी 4, 2021फ़रवरी 13, 2021
आज का मुद्दा विरोधियो की नफरत के रथ में सवार, मोदी कैसे बन गये ‘वर्ल्ड लीडर’? कहते हैं आपके आलोचक ही आपके समर्थकों का भी निर्माण करतें हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका जीता जागता उदाहरण है। मोदी, अलोचको और... by Rajesh Aanand फ़रवरी 4, 2021फ़रवरी 5, 2021
अनुसंधान भारत में द्विविधा साम्यवाद या वामपन्थ की भारतीय परिदृश्य में मात्र दो राजनैतिक विचारधारायें वंशवाद, परिवारवाद और भाई भतीजावाद से परे हैं एक है साम्यवादी पार्टियाँ दूसरी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का... by Anjan Kumar Thakur फ़रवरी 3, 2021फ़रवरी 4, 2021
राय ” किसानों का नाम लेकर ‘अराजकता’ की खेती” खेती-किसान की आड़ में 26 नवंबर 2020 को उपद्रव का जो जमावड़ा राजधानी की दहलीज पर जमाया गया था उसका भाड़ा इस 26 जनवरी... by somvirsheoran फ़रवरी 2, 2021फ़रवरी 3, 2021
राय कांग्रेस पार्टी : एक छलावा! इस कहानी से जानते हैं देश की हकीकत। अमेरिका में एक पंद्रह साल का लड़का था, स्टोर से चोरी करता हुआ पकड़ा गया। पकड़े... by Amit Kumar फ़रवरी 2, 2021फ़रवरी 2, 2021
Unverified Sources जब जज महोदय ने अपनी टिप्पणी में लिखा था कि “यदि उस समय अदालत में उपस्थित लोगों को जूरी बनाया जाता और उनसे फैसला देने को कहा जाता तो निसंदेह वे प्रचंड बहुमत से नाथूराम के निर्दोष होने का निर्देश देते” नाथूराम गोडसे का अंतिम बयान, उन्होंने ने बताया- की मैंने गाँधी को क्यों मारा – {इसे सुनकर अदालत में उपस्थित सभी लोगों की आँखे... by Kishan Ji Dubey फ़रवरी 2, 2021फ़रवरी 5, 2021
आज का मुद्दा राजदीप सरदेसाई पर कानून का कोड़ा और लुटियन मीडिया की कांव-कांव! भारत की दो कमजोरियां है – पहली कि उसकी यादाश्त बहुत कमजोर है, और दूसरी कि उसे, दुनिया को अपनी नज़रों से देखने की... by Rajesh Aanand फ़रवरी 1, 2021फ़रवरी 2, 2021
राय केंद्र सरकार ने केंद्रीय बजट में सोमवार को कृषि सेक्टर के लिए कई अहम ऐलान किए। वर्ष 2021-22 के लिए केंद्रीय बजट पेश कर रहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कृषि सेक्टर के लिए एग्रीकल्चरल क्रेडिट टारगेट (कृषि ऋण लक्ष्य)... by पवन सारस्वत मुकलावा फ़रवरी 1, 2021फ़रवरी 2, 2021
राय यह ‘किसान आंदोलन’ नहीं है, अपितु देशविरोधी एक ‘युध्द’ है ! – श्री. सुरेश चव्हाणके सडक पर आकर किसानों के लिए आंदोलन किया गया और सरकार, पुलिस भी कुछ नहीं कर पाए । न्यायालय ने भी केवल... by Ramesh Shinde फ़रवरी 1, 2021फ़रवरी 2, 2021