
मोपला से वायनाड : हिन्दू नरसंहार से लेकर हिन्दुओं के प्रति नफरत की गाँधीगिरी
साल आज से तकरीबन सौ साल पहले वर्ष , केरल के मोपला में ,हिन्दुस्तान में रह रहे मुसलमानों ने , स्थानीय हिन्दुओं का कत्लेआम...
साल आज से तकरीबन सौ साल पहले वर्ष , केरल के मोपला में ,हिन्दुस्तान में रह रहे मुसलमानों ने , स्थानीय हिन्दुओं का कत्लेआम...
हमने पिछले लेख के बताया की विपक्ष के तमाम हंगामे और सदन की कार्यवाही के बहिष्कार के बावजूद बहुप्रतीक्षित नए तीन नए श्रम विधेयकों...
धर्मो रक्षति रक्षितः अर्थात तुम धर्म की रक्षा करो धर्म तुम्हारी रक्षा करेगा। भगवान कृष्ण का ये सूत्र वाक्य राजा राम जी पर पूर्णतः...
कहानी लगभग 2350 वर्ष पूर्व की है जब समस्त भारतमहाजनपद कालीन व्यवस्था का निर्वाह कर रहा था दूसरे शब्दों में कहूं तो पूरा भारत छोटे-छोटे राज्यों में...
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर विशेष सरलता और सादगी की प्रतिमूर्त्ति पंडित दीनदयाल उपाध्याय बहुमुखी एवं विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। उनका जीवन...
वामपंथी जिहादी समूह भारत देश के खिलाफ मुहिम चलाना अपना अनैतिक फ़र्ज़ समझते हैं। 2014 के बाद जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं...
भारत बंद का देश के किसी भी शहर गांव में कहीं कोई असर नहीं कांग्रेस शाषित राज्यों में भी कहीं नहीं हुआ बंद किसानों...
नए फार्म बिल के बाद 23/92020 को मोदी सरकार ने संसद में तीन श्रम सुधार विधेयक पास किए, विपक्ष ने इस बिल का विरोध...
भारतीय लोकतंत्र का यह दुर्भाग्य है कि यहां का विपक्ष केवल सरकार की आलोचना, निंदा और उसे बदनाम करके सत्ता हासिल करना चाहता है, जमीन पर संघर्ष करना उसे रास नहीं आता है। मुद्दाहीन और उद्देश्यहीन विपक्ष एक ही फार्मूले पर काम कर रहा है, और वो फार्मूला है मोदी सरकार को हर तरीके से हर तबके में हर मोर्चे पर बदनाम करो।
देशविरोधी सोच और हिंसा का समर्थन देने वाली किसी सोच को प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल करके टाइम वाले आखिरकार क्या संदेश देना चाहते हैं?