राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान में लगातार अलसंख्यकों के साथ हो रहे भेदभाव के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि हम लोग नहीं चाहते थे भारत का विभाजन हो लेकिन हो गया। जो हिंदू-सिख-बौद्ध पाकिस्तान में रह गए और उनके साथ कैसा सुलूक होता रहा है, इसकी जानकारी आपको भी है।
जुबाने-हाल से अशफ़ाक़ की तुर्बत ये कहती है, मुहिब्बाने-वतन ने क्यों हमें दिल से भुलाया है?
बहुत अफसोस होता है बडी़ तकलीफ होती है, शहीद अशफ़ाक़ की तुर्बत है और धूपों का साया है!!