यमद्वितीया अर्थात भैय्यादूज के आध्यात्मिक लाभ

असामायिक अर्थात अकालमृत्यु न आए, इसलिए यम देवता का पूजन करने के तीन दिनों में से कार्तिक शुक्ल द्वितीया एक है । यह दीपोत्सव...

लक्ष्मी पूजन – प्रसन्नता और आनंद का दिन !

कार्तिक अमावस्या को लक्ष्मी पूजन किया जाता है। सामान्यतः अमावस्या अशुभ मानी जाती है; यह नियम इस अमावस्या पर लागू नहीं होता है । यह...

पवित्रता, मांगल्य और आनंद का त्यौहार – दीपावली

दिवाली यह शब्द दीपावली इस शब्द से बना है। दीपावली शब्द दीप और पंक्ति ऐसा बना है। इसका अर्थ है दीयों की लाइन या...

करवा चौथ का व्रत अखंड सौभाग्य प्रदान करने वाला !

भारतीय संस्कृति का लक्ष्य है कि जीवन का प्रत्येक क्षण व्रत, पर्व और उत्सवों के आनंद एवं उल्हास से परिपूर्ण हो । इनमें हमारी संस्कृति की विचारधारा के...

कोजागरी पूर्णिमा ( शरद पूर्णिमा )

कोजागरी पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा  पृथ्वी के सर्वाधिक निकट रहता है इस रात्रि को लक्ष्मी तथा इंद्र की पूजा की जाती  है ।  मध्य रात्रि लक्ष्मी जी...

विजयादशमी – शस्त्र और उपकरण पूजन का दिवस

आश्विन शुक्ल दशमी, अर्थात् विजयादशमी, हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार और साढे तीन मुहूर्तो में से एक मुहूर्त माना जाने वाला दशहरा (विजयादशमी) ।...

नवरात्रि व्रत में पालन करने योग्य आचार व आरती का महत्व

नवरात्रि व्रत का अधिकाधिक लाभ प्राप्त होने के लिए शास्त्र में बताए आचारों का पालन करना आवश्यक होता है । परंतु देश-काल-परिस्थितिनुसार सभी आचारों...

नवरात्रोत्सव : विशिष्ट दिन तथा कैसा न हो और कैसा हो ?

नवरात्रि के नौ दिनों में घटस्थापना के उपरांत पंचमी, षष्ठी, अष्टमी एवं नवमी का विशेष महत्त्व है । पंचमी के दिन देवी के नौ...

नवरात्रि में घटस्थापना का शास्त्र एवं महत्व

माँ जगदम्बा, जिन्हें आदिशक्ति, पराशक्ति, महामाया, काली, त्रिपुरसुंदरी इत्यादि विविध नामों से सभी जानते हैं । जहांपर गति नहीं वहां सृष्टि की प्रक्रिया ही...

विश्वकर्मा पूजा दिवस

हिन्दू धर्मानुसार शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा शिल्पकला एवं सृजनता के देवता माने जाते हैं । भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का निर्माणकर्ता भी कहा जाता है...