“नकली” किसान “नेताओं” को सरकार की कोई बात मंजूर नहीं…

राष्ट्र प्रथम राष्ट्रहित सर्वोपरि 4 जनवरी को भारत सरकार व नकली किसान नेताओं की सातवें दौर कि वार्ता होनी है नतिजा पहले ही बता...

“टोपी” को “टीका” मंजूर नहीं

जनसंख्या नियंत्रण हो या पोलियो उन्मूलन या मीजल्स रूबेला का टीका या अब कोरोना वेक्सीन – भारत की मुस्लिम राजनीति ने हमेशा इन सबका...

माँ

माँ छोटे से दीपकका मद्धिम प्रकाशभर देता आकाश और दिखाई देता है मुझेरात-दिन दोपहर की चौंधया अमावसी कालिमारौशनी हो या अँधेरावह देता है मुझेदृष्टि...

केंद्रीय जांच एजेंसियों ने दिल्ली स्थित एक अवैध गुटखा कंपनी द्वारा की गई 830 करोड़ रूपए की कर चोरी को पकड़ा

आज से चार वर्ष पहले जब अचानक प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी जी ने नोटबंदी की घोषणा कर दी थी तो सालों तक भ्र्ष्टाचार...

पत्थरबाजों के विरूद्ध सख्त कानून ला रही है शिवराज सरकार : संपत्ति भी की जाएगी जब्त

प्रदेश की शासन व्यवस्था और क़ानून को चुस्त दुरुस्त करने व् रखने के लिए इन दिनों मध्यप्रदेश के मुख़्यमंत्री और मामा जी के नाम...

फर्क समझिए: मुनव्वर फारूकी ने भगवान का मजाक बनाया और उसे कोर्ट से मिली कस्टडी, कमलेश तिवारी ने महज टिप्पणी की और उनका सिर कलम किया गया

मुनव्वर फारूकी ने हिंदू देवी देवताओं का मजाक बनाया और कोर्ट के द्वारा उसे 13 जनवरी तक हिरासत में भेजा गया है। बेशक उसे...

इतिहास से आजतक का हर पन्ना: अस्पृश्यता के कोफीन में आखिरी कील ठोकते नरेंद्र मोदी और नया भारत

चांडाल कन्या का यह वर्णन पढ़ कर अनेक प्रश्न पेदा होते है पहले तो यही कि फ़ाहियान के वर्णन से कितना भिन्न है? दूसरे एक बाण एक वात्सायन ब्राह्मण है। उसके द्वारा चांडाल बस्ती का ऐसा वर्णन कर चुकने के बाद चांडाल कन्या का ऐसा ऐश्वर्यशाली वर्णन करने में कुछ संकोच नहीं होता। क्या इस वर्णन का छुआछूत से जुड़ी प्रचंड घृणा की भावना से मेल बैठता है?