भारत के मर्म और मन को समझ पाने में असमर्थ व्यक्तियों एवं विचारधाराओं ने सार्वजनिक विमर्श में हिंदू, हिंदुत्व, राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीयत्व जैसे विचारों...
लोक-आस्था का महापर्व छठ बिहार-झारखंड-पूर्वी उत्तरप्रदेश के निवासियों की स्मृतियों में बहुत गहरे पैठा है। मैकॉले प्रणीत शिक्षा-पद्धत्ति का दोष कहें या छीजते विश्वास का दौर हमारा...
क्या गुरु गोविन्द सिंह साहिब ने इसी दिन के लिए सिक्ख निहंगों को तैयार किया था कि एक दिन वे गरीब मजलूमों के हाथ पॉंव काट कर उनका क़त्ल करते फिरेंगे। याद रहे कि कोरोना काल में भी अभी पिछले दिनों ही निहंगों के एक जत्थे ने पंजाब पुलिस के एक सब इन्स्पेक्टर पर हमला कर उसका हाथ ही धड़ से अलग कर दिया था।