हम देखेंगे लाज़िम है कि हम भी देखेंगे जब अर्ज-ए-ख़ुदा के काबे से सब बुत उठवाए जाएँगे हम अहल-ए-सफ़ा मरदूद-ए-हरम मसनद पे बिठाए जाएँगे बस नाम रहेगा अल्लाह का जो ग़ायब भी है हाज़िर भी

ये उस नज़्म के हिस्से हैं जिसे कानपुर IIT के एक मुस्लिम छात्र ने CAA के विरोध में निकले मार्च में गाया। इस हिस्से...

आज शिक्षक दिवस है।

कितना अच्छा होता अगर हम किसी ऐसे शख्स के जन्मदिन पर ये दिवस मनाते जो राष्ट्रपति का पद त्याग कर एक बार फिर से...

साम्यवादियों द्वारा हजारों निर्मम हत्या करने पर भी देश में केवल चार आधुनिकतावादियों की ही हत्या हुई ऐसा दिखावा कर उसे विवादों में घसीटा जा रहा है ! – अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर

‘गौरी लंकेश प्रकरण : सत्य और दिखावा’ विषय पर ऑनलाइन विशेष संवाद ! साम्यवादी विचारों के नक्सलवादियों ने भारत में अब तक 14 हजार नागरिकों, पुलिसकर्मियों, विधायक, मंत्री इत्यादि...

”परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम……….!”

”परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम……….!” सत्य, अहिंसा, करुणा, प्रेम आदि शाश्वत भाव हैं और किसी भी सभ्य समाज में इन मूल्यों को पालित-पोषित करने...

वेदिक संस्कृती और भगवद गीता : दुनिया को जोड़ने का भारतीय तरीका

हमने पिछले कुछ दशकों से सभी के जीवन और जीवन शैली में जबरदस्त बदलाव देखा है। स्वचालित मशीनों, वाहनों, कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी आधारित...

शरिया कानून में महिलाओं की गुलामों से भी बदतर स्थिति

आईआईटी, कानपुर में प्रगतिशील एवं वामपंथी धारा से जुड़े कुछ विद्यार्थियों ने एक बार परिचर्चा के दौरान मुझसे पूछा कि यदि देश के सभी...